** बचपन **


बचपन होता कितना प्यारा !
हम सब को है भाता !!
हर पल है बस खाना खेलना !
और नहीं कुछ आता !!
मम्मी - पापा के हैं दुलारे !
दादा - दादी के सरताज !!
नाना - नानी देखो करते ! 
हम से कितना प्यार !!
आगे - पीछे सदा घूमते !
कहते सुन लो बात !!
हम से उनकी सुबह शुरू हो !
हम से खतम हो रात !!
बचपन की हर बात निराली !
कहते हैं ये बात सभी !!
कभी नहीं ये वापस आता !
जी लो जी लो इसे अभी

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